हिस्टरी आफ ऑटोमोबाइल


परिभाषा

एक ऐसा माध्यम जो यात्रियों को एक स्थान से अन्य स्थान तक लाने ले जाने मै परिवहन के काम आता है। यह दो पहिया,तीन पहिया,चार या अधिक पहिया वाहनों के रूप में हो सकते है।

इतिहास 

सबसे पहले भाप द्वारा चलने वाले वाहन का निर्माण किया गया था। 1801 में डेविल रोड लोकोमोटिव का निर्माण हुआ।कई लोगों का ये मानना था की ये पहला प्रदर्शन था, भाप द्वारा चलने वाले सड़क वाहन का।लेकिन ये लंबे समय तक स्टीम प्रेशर को बना के रखने में सक्षम नहीं था ,और इस पर काम करना बंद कर दिया। लेकिन इस की कुछ विशेषता मै ब्रेक, गियर बॉक्स,बियरिंग एवं फ्लाइवहील शामिल था।

1806 में फ्रैंकोइस इसाक डी रिवाज जो की एक स्विस आविष्कारक थे ,इन्होंने पहला इंटरनल कम्बूशन इंजन का अविष्कार किया।लेकिन ये डिजाइन ज्यादा सफल नही रहा।इसमें तेल मिश्रण ऑक्सीजन एवं हाइड्रोजन का था।

समय - समय पर वाहनों, नौकाओं मै आंतरिक दहन इंजन के साथ अविष्कार होते रहे।

फ़्रेंच आविष्कारक Gustave Trouvé ने 1881 में  तीन पहियों वाला वाहन का अविष्कार किया जो बिजली द्वारा चलता था। उन्होंने इसका पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन किया था।

यद्यपि कई अन्य जर्मन इंजीनियर गॉटलिएब डेमलर , विल्हेल्म,Sigfried जैसे आविष्कारक इंटरनल कम्बूशन इंजन पर कार्य कर रहें थे।

कार्ल र्बेन्ज़ को आमतौर पर आधुनिक ऑटोमोबाइल के आविष्कारक के रूप में स्वीकार किया गया है।

कार्ल बेंज ने 1885 में जर्मनी में, एक four-stroke cycle gasoline engine द्वारा संचालित एक वाहन बनाया, जिसे 1886 जनवरी मे पेटेंट कराया गया,Benz & Cie. में, इसकी स्थापना 1883 में हुई थी। अगले दो सालो कई चेंजेज करने के बाद,यह 1888 में अपने उत्पादन वाहनों को बेचना शुरू किया।

1885 मूल तस्वीर जो पहली बार पेटेंट कराया गया था।

कार्ल बेन्ज़ को 1879 मै उनके पहले इंजन के लिये भी पटेंट दिया गया, जिसको उन्होंने 1878 मे डिजाईन किया था।कार्ल बेन्ज़ ने अन्य कई आविष्कारों मे भी आंतरिक दहन इंजन के इस्तेमाल को सम्भव बनाया।

श्री कार्ल बेन्ज़ ने पहली Motor Wagon 1885 मे बनाई थी और उन्हें इसके आविष्कार और समस्त अनुवाद के लिए पेटेंट से सम्मानित किया गया था । January  1886 से जुलाई 1886 में बेन्ज़ ने अपने वाहन का प्रचार शुरू किया और लगभग 25 बेन्ज़ के वाहन बीके ,1888 और 1893 के बीच इसी समय उनकी पहली चौपहिया गाड़ी आई जो एक पैसेंजर वाहन के रूप में दिखाई गई ।ये भी चार स्ट्रोक इंजन डिजाईन के द्वारा संचलित थी। फ़्रांस के Emile Roger जो पहले से ही लाइसेंस के तहत बेंज इंजनों का निर्माण करते थे, अब बेन्ज़ ऑटोमोबाइल को अपने प्रोडक्ट लाइन में शामिल कर लिया .क्योंकि फ्रांस प्रारंभिक ऑटोमोबाइल के लिए अधिक खुला था, इसी लिए रॉजर फ्रांस में ज्यादा बनता था और ज्यादा बेचता था। बेन्ज़ के जर्मनी में बेचने के अपेक्षा ।

अब बेन्ज़ ने सोच लिया था , ऐसे काम नही चलेगा।तो उन्होंने 1896 में आंतरिक-दहन फ्लैट इंजन (flat engine) का डिजाईन किया और पेटेंट कराया, जिसे जर्मन में बॉक्सीमोटर बोला गया .उन्नीसवीं सदी के अंतिम वर्षों के दौरान,  बेन्ज़ दुनिया का सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई,बेन्ज़ ने 572 वाहन का 1899 में उत्पादन किया और इसी के कारण , बेन्ज़ एंड एक joint-stock company बनी ।

इसी दौरान 1890 में Daimler और Maybach मोटर कंपनी ने DMG की स्थापना की ,Daimler नाम के तहत, उन्होंने अपनी पहली ऑटोमोबाइल कम्पनी बनाई। 1892 में  उन्होंने अपने डिजाईन किए हुए इंजन लगाए। 1895 तक  30 वाहन बनाए, जिन्हें वे Daimler and whokers के नाम से अपनी दुकान की स्थापना के बाद अपने समर्थकों को जाने। इस से पहले बेन्ज़ और Daimler  टीम, एक दूसरे से पहले के अविष्कारों से अवगत नही थे। उन्होंने कभी भी साथ काम नही किया था, क्योंकि जब दोनों कंपनियां एक हुई, तो Daimler और Maybach DMG के हिस्से नही थे।

इसी दौरान डेमलर का देहांत 1900 में हुआ और उसी वर्ष के अंत में Maybach ने एक इंजन डिजाईन किया जिसका नाम था, डेमलर-मर्सिडीज, उन्होंने इसे स्थापित किया और ये एक विशेष मॉडल के रूप मे जो एमिल जेलीनेक द्वारा बनाया गया था। इसका उत्पादन काफ़ी ज्यादा संख्या में किया गया।दो साल बाद, 1902 में, एक नई मॉडल DMG कार का उत्पादन किया गया जिसका नाम मर्सिडीज रखा।

Maybach  जो 35 HP उत्पन्न करती थी। शीघ्र ही Maybach ने DMG छोड़ दी और अपना ख़ुद का  business शुरू किया। Daimler ब्रांड नाम का अधिकार अन्य निर्माताओं को बेच दिया गया ।

कार्ल बेन्ज़ ने DMG और बेंज & Cie.के बीच सहयोग रखने का प्रस्ताव रखा, जब जर्मनी की आर्थिक स्थिति ख़राब होने लगी लेकिन DMG ने इनकार कर दिए । जब दोनों कंपनियों के बीच बातचीत के कई साल बाद जब ये हालत और भी खराब हो गए तब 1924 में उन्होंने एक आपसी सहयोग का दस्तावेज बनाया जिसकी मान्यता साल 2000 तक थी। दोनों उद्यमों ने standardized किया अपना डिजाईन, उत्पादन, खरीद और बिक्री और इसके तहत वो संयुक्त रूप से विज्ञापन और मार्केटिंग करना था अपने वाहनों के  मॉडलों का और यह बना रहा।

28 जून 1926 को बेंज & Cie.एंड DMG एक होके Daimler-बेंज कम्पनी बनी और अपने सभी मोटर वाहनों को नाम दिया मर्सिडीज बेंज, एक ऐसे ब्रांड के तौर पर जिसे समानित किया गया सबसे महत्वपूर्ण मॉडल DMG ऑटोमोबाइल्स का, इसके बाद Maybach के डिजाईन को लोग जान पाए।1902 से 1929 बेन्ज़ की मृत्यु तक वोह डेमलर -बेन्ज़ मर्सिडीज-35hp के तौर पे नाम कमाया बेन्ज़ के नाम के साथ . बेंज 1929 तक निदेशक मंडल के सदस्य बने रहे और कभी कभी उनके दोनों पुत्र भी कंपनी के काम काज में संयोग करते थे।

Read more::::::

अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पड़े।



टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कार में सेंसर के प्रकार और कार्यप्रणाली

कार इंजन के विभिन्न प्रकार

स्टीयरिंग सिस्टम वर्किंग