इंजन पार्टस

  • इंजन पार्टस के बारे मै जानकारी



आप को कार के इंजन को चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इंजन का मुख्य कार्य एयर फ्यूल मिक्सचर को स्पार्क या कंप्रेस्ड कर के ऊर्जा को पावर मै बदलना होता है,और इंजन द्वारा पैदा की गई पावर द्वारा वाहन को चलाने की शक्ति पैदा करना है। हम मै बहुत ये सोचते है की आंतरिक दहन (इंटरनल कंब्यूशन) , पावर  और पावर द्वारा बनी शक्ति,वाहन को चलाना ये सभी कार्य केवल इंजन करता है,लेकिन इन सभी कार्यों को करने के लिए इंजन में लगे बहुत से पार्टस होते हैं जो एक साथ काम करते हैं । इस तरह इंजन एक सील्ड यूनिट होती है जिसमे बहुत से कंपोनेंट होते हैं जो अपना अपना काम एक साथ करते हुए वाहन को गति प्रदान करते हैं। आप मै से बहुत ने इन कॉम्पनेंट का नाम सुना है,लेकिन इन कॉम्पनेंट का क्या कार्य है और इन कॉम्पनेंट के खराब होने से वाहन मै क्या ट्रबल आ सकती है ये आज हम विस्तार से जानेंगे।

इंजन कंपोनेंट्स
इंजन ब्लॉक
यह इंजन का महत्वपूर्ण भाग है। इंजन ब्लॉक  एल्यूमीनियम या लोहे से बना होता है,  इंजन ब्लॉक मै  पिस्टन सिलेंडर एवम इंजन को ठंडा और लुब्रिकेट करने के लिए कूलेंट और ऑयल की अलग - अलग प्रवाह पथ प्रदान करने के लिए कई गैलरीज होती हैं। जिसमे कूलेंट ब्लॉक मै जंग एवम ऑयल ब्लॉक को ठंडा रखने का काम करता है, ऑयल गैलरीज कूलेंट गैलरीज की तुलना में संकरे होते हैं। इंजन ब्लॉक में वाल्व्स ,कैमशॉफ्ट पिस्टन,कनेक्टिंग रोड,क्रैंकशाफ्ट,और वाहन की क्यूबिक केपेसिटी के अनुसार तीन, चार या बारह सिलेंडर तक होते हैं।
सिलेंडर हेड – सिलेंडर हेड ,इंजन ब्लॉक के साथ बोल्ट के माध्यम से जुड़ा होता है,सिलेंडर हेड और इंजन ब्लॉक के बीच एक गैसकेट होती है । सिलेंडर हेड में  वाल्व स्प्रिंग्स, वाल्व, लिफ्टर, पुशरोड्स, रॉकर्स और कैमशाफ्ट सहित कई कॉमोनेंट्स होते हैं, वाल्वस इनटेक स्ट्रोक के दौरान सिलेंडर में एयर फ्यूल को इनटेक करते हैं एवम एग्जॉस्ट स्ट्रोक के द्वारा गैसों को  इंजन से बाहर निकलते हैं।
कैमशाफ्ट –कैमशाफ्ट की पोजीशन अलग अलग वहानो में भिन्न हो सकती है, कैमशाफ्ट इंजन ब्लॉक के भीतर या सिलेंडर हेड में स्थित हो सकती है। ज्यादातर कैमशाफ्ट की पोजीशन सिलेंडर हेड में होती है। कैमशाफ्ट इंजन के अनुसार डुअल ओवरहेड या सिंगल ओवरहेड भी हो सकती है। कैमशाफ्ट के दोनो एंड्स की और बीयरिंग होते हैं जिनसे कैमशाफ्ट अपनी जगह पर स्मूथली घूम सके ।कैमशाफ्ट का काम इंजन के टाईमिंग अनुसार इनलेट/एक्जास्ट वाल्वों को खोलने और बंद करना और क्रैंकशाफ्ट से रोटरी गति लेना और अप एंड डाउन मोशन मै बदल कर लिफ्टर्स की गति को नियंत्रित करना एवम इंजन के टाईमिंग अनुसार पुशरोड्स , रॉकर्स और वाल्वों को मूव करना होता है।
पिस्टन – पिस्टन एक बेलनाकार आकर में होता है, पिस्टन का हेड प्लेन सरफेस या बेलन के आकर की हो सकती है। पिस्टन का काम वाहन को चलाने के लिए एयर फ्यूल मिक्सर का दहन से उत्पन्न ऊर्जा को क्रैंकशाफ्ट में स्थानांतरित करना है। क्रैंकशाफ्ट के प्रत्येक घुमाव के दौरान पिस्टन सिलेंडर के भीतर दो बार ऊपर और नीचे चलते हैं।

पिस्टन रिंग कंप्रेशन को बनाए रखने एवम पिस्टन के इस ट्रैवल से उत्पन फ्रिक्शन को कम करने का काम करती है।
क्रैंकशाफ्ट – क्रैंकशाफ्ट इंजन ब्लॉक के निचले भाग में लगी होती है ,क्रैंकशाफ्ट के स्मूथ रोटेशन के लिए दोनो एंडस पर बियरिंग होते है। क्रैंकशाफ्ट कनेक्टिंग रॉड के द्वारा पिस्टन से जुडी होती है। क्रैंकशाफ्ट इंजन की गति अनुसार कनेक्टिंग रोड की सहायता से पिस्टन के अप एंड डाउन मोशन (गति) को रिसेप्रोकल गति में बदल देता है।
टाइमिंग बेल्ट/चेन – इंजन को ठीक से चलाने के लिए सटीक समय सुनिश्चित करने के लिए कैमशाफ्ट और क्रैंकशाफ्ट को सिंक्रनाइज़ किया जाता है। टाईमिंग बेल्ट जो की हेवी-ड्यूटी रबर से बनी होती है जिसमे अंदर की तरफ ग्रुव बने होते है ये ग्रुव कैमशाफ्ट और क्रैंकशाफ्ट से पुली को जकड़ कर घूमते है।
सामान्य इंजन समस्याएँ
जैसा कि बताया जब इंजन को चलाने में बहुत से कॉम्पोनेंट का काम होता है जिनकी एक लाइफ होती है जिसके परिणाम स्वरूप इन कंपोनेंट्स मै वियर एंड टियर होने से इंजन मै समस्याएं पैदा होने लगती है या समय से पहले भी समस्याएं आ सकती है ,जिन की वजह से वाहन मिसबिहेव करने लग जाता है,तो हम कुछ समस्याओं के बारे में जानते है।
पूअर कंप्रेशन– इसके परिणामस्वरूप इंजिन मे पावर की हानि, मिसफायरिंग या नो-स्टार्ट होता है।
डैमेज इंजन ब्लॉक या गास्केट – ओवरहीटिंग, एक्सेसिव एक्जास्ट गैसेस, कूलेंट लीकेज का कारण बनता है। जिससे इंजन के जोड पर लीकेज होने लगता है।
डैमेज पिस्टन, रिंग्स या सिलेंडर – ऑयलजेड की ज्यादा खपत , आवाजें, एक्जास्ट नीला धुआं, पूअर   कंप्रेशन खराब, मिसफायर या इंजन स्टार्ट नही होगा।
इंजन को चलाने के लिए बहुत सारे कंपोनेंट्स का उपयोग होता है। अगर आप समयानुसार इन कंपोनेंट्स की देखभाल करेगे तो इंजन की लाइफ ज्यादा समय तक चलेगी।
जैसे की ईंजन ऑयल बेल्ट्स,होसपाईप,क्लिप्स,कूलेंट,समय पे चेंज करे।

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