थर्मो स्टेट वाल्व

 



थर्मो स्टेट वाल्व

ये वाल्व इंजन के कूलिंग सिस्टम के लिए लगाया जाता है इसका काम इंजन के अंदर जब वाटर जैकेट में पानी का एक निश्चित टेम्प्रेचर होता है तभी ये अपना वाल्व खोलता है और पानी को बाहर आने देता है कम तापमान पर, रेडिएटर का आउटलेट पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है - सभी शीतलक को इंजन के माध्यम से वापस प्रसारित किया जाता है। एक बार जब शीतलक का तापमान 180 और 195 F (82 - 91C) के बीच बढ़ जाता है, तो थर्मोस्टेट खुलना शुरू हो जाता है, जिससे रेडिएटर के माध्यम से तरल पदार्थ प्रवाहित होता है।इस पानी में कूलैंट मिला होता है जो इंजन के अंदर मौजूद पानी को जमने से रोकता है और उसका बोइलिंग पॉइंट को बढ़ा देता है और वाटर जैकेट में जंग लगने से रोकता है थर्मोस्टेट वाल्व को इंजन वाटर जैकेट के निकास मार्ग यानि आउटलेट पर लगाया जाता है और थर्मोस्टेट का दूसरा सिरा रेडियेटर के अपर टैंक से जोड़ा जाता है थर्मोस्टेट वाल्व के ख़राब हो जाने के कारण इंजन बहुत  जल्दी गर्म हो जाता है ,इंजन के परफोर्मेंस एंड लाइफ साइकल डिस्टर्ब हो जाता है । ये एक मैकेनिकल डिवाइ है।

इंजन के कूलिंग सिस्टम के बारे में आप यहाँ इस लिंक से विस्तार से जान सकते है

ये दो प्रकार के होते है
1 ) बेलौ टाइप  (BELOW TYPE)
2 ) वैक्स टाइप (WAX TYPE )

बेलौ टाइप  (BELOW TYPE)
बेलो टाइप थर्मोस्टेट मै एक लचीले धातु का बैग होता है जो तापमान के अनुसार वाल्व को खोलने या बंद करने के लिए एथिल जैसे कम-उबलने वाले बिंदु(low-boiling-point) वाले तरल से भरा होता है। समझते हैं यह कैसे काम करता हैः
जब इंजन में पानी का टेम्प्रेचर बढ़ जाता है तब ये वाल्व उस पानी के संपर्क में रहता है जिससे इसके अंदर मौजूद तरल वाष्प में बदलने लगता है वाष्प में बदलने के कारण इसका वाल्व ऊपर उठ कर मार्ग को खोल देता है जिससे कूलेंट बाहर रेडियेटर में चला जाता है
वैक्स टाइप (WAX TYPE)
वैक्स टाइप  थर्मोस्टेट वाल्व के अंदर वैक्स यानि मोम भरा होता इंजन के कूलेंट की गर्मी से ये वैक्स पिघल जाती है और वाल्व को खोल देती है
जब इंजन ठंडा होता है, तो वाल्व बंद रहता है,और कूलेंट को रेडिएटर में जाने के बजाय बाईपास पोर्ट के माध्यम से इंजन में पुनः प्रसारित किया जाता है। 

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