कार इंजन के विभिन्न प्रकार
कार इंजन के विभिन्न प्रकार
कार का इंजन आपकी कार का दिल है। यह आपकी कार के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है ।क्योंकि यह आपके वाहन के लिए शक्ति का स्रोत है। इसलिए कार खरीदते समय आपको इंजन को अपनी कार की एक प्रमुख विशेषता के रूप में भी मानना चाहिए।
विभिन्न श्रेणियों के आधार पर विभिन्न प्रकार के कार इंजनों समझते है।
कार इंजन को तीन अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है,लेआउट,कॉन्फ़िगरेशन और ईंधन प्रकार।
लेआउट द्वारा कार इंजन प्रकार
इंजन लेआउट मै कार के इंजन में सिलेंडरों की संख्या के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। इंजन लेआउट कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से 3 सबसे ज्यादा उपयोग मै लिए जाते हैं।
1. सीधे या इनलाइन इंजन लेआउट
इस तरह के लेआउट में इंजनों को एक के पीछे एक सीधी रेखाओं में रखा जाता है। ये इंजन सबसे ज्यादा कॉमन होते है साथ ही काम खर्चीले और निर्माण मै आसान होते है।
जब इंजनों को लंबवत रखा जाता है, तो इसे इनलाइन लेआउट के रूप में जाना जाता है जब इसे एक सीधी रेखा में समानांतर में रखा जाता है तो इसे स्ट्रेट लेआउट के रूप में जाना जाता है। इनलाइन इंजन हैचबैक में अधिक आम हैं, जबकि स्ट्रेट इंजन अपनी बढ़ी हुई शक्ति के कारण लक्जरी कारों में लोकप्रिय हैं।
2. फ्लैट इंजन लेआउट
सीधे लेआउट के विपरीत इंजनों को इस प्रकार में क्षैतिज रूप से रखा जाता है।
लो सेंटर ऑफ मास के कारण कार को संभालना आसान होता है और अधिक सर्फेस एरिया होने से इंजन आसानी से और समान रूप से ठंडा होता है। फ्लैट इंजन केवल पॉर्श और सुबारू द्वारा निर्मित किए जाते हैं क्योंकि इनकी निर्माण के लागत अधिक होती है।
3. वी-इंजन लेआउट
वी-इंजन लेआउट का उपयोग हाई परफार्मेंस वाले इंजनों में किया जाता है जहां सामने से देखने पर इंजन कक्ष वी के आकार में रखे जाते हैं। यह बहुत ही किफायती इंजन डिज़ाइन कम जगह में अधिक इंजनों को रखा जा सकता है।
फेरारी, अल्फा रोमियो और मर्सिडीज बेंज जैसी सभी उच्च प्रदर्शन वाली कारें अपने कॉम्पैक्ट आकार और उच्च पावर उत्पादन के लिए वी-इंजन का उपयोग करती हैं।
कॉन्फ़िगरेशन के अनुसार कार इंजन
कार के इंजनों को सिलेंडरों की संख्या के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
4. ट्विन-सिलेंडर इंजन
कम उत्पादन के कारण इनका उपयोग किसी भी कार के निर्माण के लिए नहीं किया जाता है। हालाँकि, बहुत कम मॉडलों में से कुछ जैसे कावासाकी निंजा 300 और टाटा नैनो मै अभी भी इस प्रकार के इंजन का उपयोग किया जाता हैं।
5. तीन-सिलेंडर इंजन
तीन-सिलेंडर इंजन मै फायरिंग ऑर्डर के कारण वाहन मै कंपन और गड़गड़ाहट की अधिक आवाज उत्तपन होती हैं।हालाँकि वे ट्विन-सिलेंडर इंजन से अधिक मजबूत होते हैं और दक्षता बढ़ाने के लिए टर्बोचार्जर का उपयोग किया जाता है। इन इंजन का उपयोग हैचबैक और कॉम्पैक्ट एसयूवी में किया जाता है।
6. चार-सिलेंडर इंजन
इस प्रकार के इंजनों अधिक शक्ति और दक्षता से काम करते है और इनलाइन लेआउट के अनुसार इंस्टॉल्ड किए जाते है।इन इंजन का फायरिंग ऑर्डर 1432 होता है जिससे कंपन और गड़गड़ाहट की अधिक आवाज उत्तपन नही होती हैं। होंडा सिटी, मारुति सुजुकी और हुंडई एलांट्रा जैसी कारों की क्षमता बढ़ाने के लिए इन्हें टर्बोचार्जर के साथ यूज किया जाता है।
7. पांच-सिलेंडर इंजन
सिलेंडरों की विषम संख्या के कारण, पांच-सिलेंडर इंजन का उपयोग बहुत कम वाहनों मै किया जाता है। इनका उपयोग ज्यादातर ऑडी और वोल्वो जैसे लक्जरी कार निर्माताओं द्वारा किया जाता है। यह अपनी अपरंपरागत सिलेंडर व्यवस्था के कारण एक अजीब चेतावनी ध्वनि भी उत्सर्जित करता है।
8. छह-सिलेंडर इंजन
वाहन के आधार पर, ये इंजन उच्च-ध्वनि प्रदर्शित करते हैं इनमे सीधे या वी-इंजन लेआउट का उपयोग करते हैं। बीएमडब्ल्यू-5 सीरीज और मर्सिडीज बेंज सी-क्लास जैसी महंगी कार कम्पनी इनकी शक्ति को कई गुना तक बढ़ाने के लिए टर्बोचार्जर के साथ इसका उपयोग करती हैं।
9. आठ/दस/बारह सिलेंडर इंजन
बुगाटी चिरोन जैसी सुपरकारों में 8 या इससे अधिक सिलेंडरों का कॉम्बिनेशन देखा जाता है, जिसमें डब्ल्यू16 इंजन लगा होता है। सुपरचार्जर लगा होने से इंजन से उच्च दहाड़ या ऊंची आवाज निकलती है।
ईंधन द्वारा कार इंजन के प्रकार
ऑटोमोबाइल उद्योग में प्रेजेंट टाइम में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है और बाजार में उपलब्ध ईंधन के आधार पर इंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला सामने आई है।
10.आंतरिक पेट्रोल दहन इंजन
इस प्रकार के इंजन लोकल यात्रा के लिए उपयुक्त हैं क्योंकि नई तकनीक से ईंधन खपत को कम कर दिया है। साथ ही, इसमें कम एयर पॉल्यूशन होता है।
11. डीजल आंतरिक दहन इंजन
ये इंजन पेट्रोल की तुलना में कम CO2 उत्सर्जित करते हैं और हमेशा लंबी नियमित यात्राओं के लिए आदर्श होते हैं।
12.लाइट हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन
एमएचईवी एक नई बैटरी चालित तकनीक है जहां वाहन को धीमा करते समय बैटरी रिचार्ज हो जाती है। यह ईंधन की खपत को काफी कम करता है और पारंपरिक दहन इंजन के लचीलेपन को भी बनाए रखता है।
13. हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन
इसमें इलेक्ट्रिक मोटर में एक छोटी बैटरी होती है जो दहन इंजन की सहायता करती है। इससे वाहन के धीमा होने या ब्रेक का उपयोग करने पर भी शक्ति मिलती है। यह सब ईंधन की खपत को कम करने में मदद करता है, जिसके परिणामस्वरूप CO2 उत्सर्जन कम होता है।
14.कंप्रेस्ड नेचुरल गैस इंजन(सीएनजी)
ईंधन में मुख्य रूप से मीथेन और प्राकृतिक गैस होती है, जो दहन से कम प्रदूषण पैदा करती है। इसे पूरी तरह से डीकार्बोनाइज्ड किया जा सकता है, इसके अलावा इंजन को पेट्रोल पर भी चलाया जा सकता है।
15.तरलीकृत पेट्रोलियम गैस इंजन (एलपीजी)
इस इंजन का ईंधन प्रोपेन और ब्यूटेन से बना है जिसमें कोई बेंजीन नहीं है।यह कम उत्सर्जन पैदा करता है
हर इंजन की अपनी विशिष्टता और विशेषताएं होती हैं। कुछ का प्रदर्शन अद्भुत है, और कुछ ईंधन दक्षता के रूप से काम करते हैं। हमें उम्मीद है कि इस लेख ने आपको अपनी आवश्यकताओं को समझने में मदद की है। इसलिए, जब भी आप अगली बार कार खरीदते हैं, तो इंजन की भी जांच करें!
Extremely knowledgeable, thanks sir
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