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डीज़ल इंजन एवं उपयोग

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डीज़ल इंजन डीजल इंजन एक प्रकार का आंतरिक दहन इंजन है जिसमे कंप्रेशन द्वारा फ्यूल को इग्नाइट करके इंजन मै पावर उत्पन्न की जाती है अर्थात ईंधन को इग्नाइट करने और पावर उत्पन्न करने के लिए कंप्रेशन का उपयोग किया जाता है । डीजल इंजन सिलेंडर में हवा को कंप्रेस्ड करते हैं फिर कंप्रेस्ड हवा में ईंधन इंजेक्ट करते हैं। कंप्रेस्ड हवा द्वारा पैदा हुआ उच्च तापमान ईंधन को प्रज्वलित करता है, जिससे रासायनिक ऊर्जा उत्पन्न होती है। दहन पिस्टन को सिलेंडर मै नीचे की ओर धकेलता है,जो रासायनिक ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है। किसी वाहन को शक्ति प्रदान करने के लिए यह प्रक्रिया प्रति मिनट कई बार दोहराई जाती है।  डीजल इंजनों को ईंधन इंजेक्शन मैथड के आधार पर दो टाइप्स मै वर्गीकृत किया जा सकता है (1) डायरेक्ट इंजेक्शन (डीआई) (2) इनडायरेक्ट इंजेक्शन (आईडीआई) । आकार के आधार पर भी दो प्रकार मै वर्गीकृत किया गया है, छोटे इंजन का उपयोग कार एवं हल्के ट्रकों में किया जाता है एवं बड़े इंजन का उपयोग इंडस्ट्रियल,लोकोमोटिव, मरीन आदि में किया जाता है  रुडोल्फ डीजल ने 1897 में अपना पहला प्रसिद्ध डीजल इं...

विभिन्न प्रकार के कार एसी कंडेनस

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विभिन्न प्रकार के कार एसी कंडेनसर एवं कार्यप्रणाली  कंडेनसर ए.सी. सिस्टम का महत्वपूर्ण कंपोनेंट होता है। कंडेनसर का मुख्य कार्य कंप्रेसर से आने वाली गर्म, उच्च दबाव वाली गैस को ठंडे, कम दबाव वाले तरल में परिवर्तित करके काम करता है। बाज़ार में विभिन्न प्रकार के कार एसी कंडेनसर उपलब्ध हैं, प्रत्येक की अपनी  विशेषताएं और लाभ हैं। इस लेख में हम विभिन्न प्रकार के कार एसी कंडेनसर और उनके फायदे और नुकसान पर चर्चा करेंगे। 1. ट्यूब और फिन कंडेनसर ट्यूब और फिन कंडेनसर अधिकांश कारों में पाया जाने वाला सबसे सामान्य प्रकार का कंडेनसर है। इसमें ट्यूबों की एक श्रृंखला होती है जो रेडिएटर फैन से जुड़ी होती हैं। रेफ्रिजरेंट ट्यूबों के माध्यम से बहता है और फैन गर्मी को खत्म करने में मदद करते हैं। ट्यूब और फिन कंडेनसर अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं और इन्हें बदलना आसान होता है। हालाँकि, वे अन्य प्रकार के कंडेनसर की तुलना में कम कुशल होते हैं, और वे अत्यधिक गर्म मौसम में प्रोपर कूलिंग  नहीं कर सकते हैं। 2. सर्पेन्टाइन कंडेनसर आधुनिक कारों में सर्पेन्टाइन कंडेनसर तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इनमें ...

कार एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर के विभिन्न प्रकार

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कार एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर के विभिन्न प्रकार कार एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर कार के एचवीएसी सिस्टम के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक हैं। कंप्रेसर आमतौर पर हुड के नीचे या इंजन कंपार्टमेंट के अंदर स्थित होता है । कंप्रेशर वाहन के अंदर शीतलन प्रभाव पैदा करने के लिए रेफ्रिजरेंट गैस को संपीड़ित और विस्तारित करता है। इस लेख में हम कई अलग-अलग प्रकार के कार एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर पर चर्चा करेंगे और क्या उन्हें अलग बनाता है। हम यह भी बताएंगे कि वे कैसे काम करते हैं और उन्हें बनाए रखने के बारे में कुछ सुझाव भी देंगे ताकि वे लंबे समय तक चल सकें।  रोटरी कंप्रेसर रोटरी कम्प्रेसर कारों में उपयोग किया जाने वाला सबसे आम प्रकार है। वे अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक कुशल हैं, और उनका उपयोग छोटी कारों और बड़े ट्रकों में समान रूप से किया जाता है। हालाँकि, रोटरी कंप्रेसर भी अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक महंगे हैं। एक रोटरी कंप्रेसर मै बहुत से कंपोनेंट्स की एक श्रृंखला का उपयोग करके कम दबाव वाली गैस के दबाव को उच्च दबाव वाली गैस में बढ़ाते है।जिसमें शामिल हैं: रोटर्स : दो सर्पिल रोटर्स या रोलर्स जो हवा ...

एसी कंप्रेसर और कार्य सिद्धांत

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एसी कंप्रेसर कैसे काम करता है यह समझने के लिए हमें यह समझना होगा कि एसी सिस्टम कैसे काम करता है। एयर कंडीशनिंग सिस्टम ऑपरेटिंग सिद्धांत ए.सी. सिस्टम दो सिद्धांतों पर काम करता है । हीट ट्रांसमिशन द्वारा लिक्विड को वाष्प मै परिवर्तित करके एवं गर्मी अवशोषण द्वारा एवं वाष्प को तरल मै परिवर्तित करके । उच्च दबाव और उच्च वाष्पीकरण तापमान का उपयोग करके रेफ्रिजरेंट को कंप्रेसर से बाहर पुश किया जाता है। रेफ्रिजरेंट को कंडेनसर या हॉट रिग में धकेलने के लिए भाप का उपयोग किया जाता है। कंडेनसर पर मध्यम तापमान अत्यधिक उच्च होता है। पंखे द्वारा हवा देकर कंडेनसर के वाष्प-तरल को ठंडा किया जाता है और इसे उच्च दबाव और कम तापमान पर तरल में कंडेंस किया जाता है।  जब तरल रेफ्रिजरेंट फिल्टर से सर्कुलेट होता है तो फिल्टर या डेसीकेटर रेफ्रिजरेंट मै उपस्थित नमी और दूषित पदार्थों को अवशोषित करके साफ किया जाता है। एसी सिस्टम मै प्रवेश करने वाले रेफ्रिजरेंट फ्लूड को  इवेपोरेटर का एक्सपेंशन वाल्व नियंत्रित करता है।  परिणामस्वरूप रेफ्रिजरेंट का दबाव कम हो जाता है। दबाव कम होने के परिणामस्वरूप इवेपोरेटर मे...

कार का एसी कैसे काम करता है? ऑटोमोटिव एयर कंडीशनिंग की व्याख्या

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कार का एसी कैसे काम करता है?  ऑटोमोटिव एयर कंडीशनिंग की व्याख्या हम सभी को कार के ए.सी. वेंट से निकलने वाली ठंडी हवा या ठंडक पसंद है,खासकर जब हमें गर्म और ह्यूमिडिटी वाले मौसम मै यात्रा करनी हो तब कार का एसी चालू होता है और इससे ठंडी और ताजगी भरी हवा निकलती है तो पूरी यात्रा आसान और आनंददायक हो जाती है। दरअसल ए.सी. वेंट से हमें जो ठंडी हवा मिलती है, वह गर्म हवा में बदल जाती है। गर्म हवा को ठंडी और ताजी हवा में बदलने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता है। यहां थर्मोडायनामिक प्रक्रिया शामिल है और यही आपकी कार के कमरे के अंदर के तापमान को बनाए रखती है। यहां दबाव शामिल होता है और यह अंदर के तापमान में बदलाव का कारण बनता है। आपको केवल ए.सी. चालू करना है और ए.सी.के सभी कंपोनेंट्स अपना काम करेंगे। जबकि यह उतना आसान नहीं है जितना दिखता है।  इस ब्लॉग में हम कार ए.सी. के काम करने से जुड़ी समस्त प्रक्रिया के बारे में बात करेंगे। लेकिन उससे पहले आइए आपकी कार में ए.सी. होने के कारणों और ए.सी.के सभी कंपोनेंट्स के बारे में जानें ए.सी.कार के केबिन को ठंडा रखने के काम आता है और यह इंसानों को थकान...

बेसिक्स आफ इलेक्ट्रिकल सिस्टम

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Basics of Electrical System  प्रत्येक वाहन में एक विद्युत प्रणाली होती है जिसमें तीन बहुत महत्वपूर्ण घटक होते हैं: बैटरी, स्टार्टर और अल्टरनेटर। ये सभी प्रणालियाँ एक साइकिल मै काम करती हैं, इसलिए इनमें से किसी एक घटक में शुरू होने वाली विद्युत समस्या सिस्टम के अन्य हिस्सों को प्रभावित करेगी।  उदाहरण के लिए, बैटरी वह घटक है जो स्टार्टर को कार्य करने के लिए आवश्यक शक्ति प्रदान करती है, और अल्टरनेटर वह ऊर्जा प्रदान करता है जो बैटरी को चार्ज/ चलाने के लिए आवश्यक होती है। इसका मतलब यह है कि इन तीन महत्वपूर्ण विद्युत भागों में से केवल एक में खराबी के परिणामस्वरूप एक वाहन शुरू नहीं होगा या नहीं चलेगा जैसा कि उसे चलना चाहिए।  इसे ध्यान में रखते हुए, आइए प्रत्येक प्रमुख विद्युत घटक पर करीब से नज़र डालें और यह कैसे कार्य करता है। बैटरी  वाहन को सभी आवश्यक विद्युत सप्लाई प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होती है। इसमें इग्निशन, ईंधन प्रणाली और स्टार्टर को ऊर्जा प्रदान करना शामिल है। यही कारण है कि यदि किसी वाहन की बैटरी खराब या कमज़ोर है, तो वाहन चालू नहीं होगा। इसका मुख्य कार्य वाह...

डिफरेंशियल पार्ट्स एंड फंक्शन

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डिफरेंशियल पार्ट्स एंड फंक्शन  वाहन की दिशा बदलना या मोड़ना काफी सरल है।आप बस स्टीयरिंग व्हील को उस दिशा में घुमाएं और वाहन आसानी से उस दिशा मै घुम जाएगा। जबकि इस प्रक्रिया के पीछे का मैकेनिज्म उतना सरल नहीं है।वाहन को दिशा परिवर्तित या मोड़ते समय वाहन को एक्सल शाफ्ट से जुड़े प्रत्येक पिछले पहिये में एक अलग आरपीएम या रिवोल्यूशन प्रति मिनट की आवश्यकता होती है। इस काम को करने के लिए जिस मैकेनिज्म का उपयोग किया जाता है उसे डिफरेंशियल सिस्टम कहते है। इसे एग्जांपल से समझते है । जब हम किसी टॉय कार को चलते है तो यह सीधी रेखा में अच्छी तरह चलती है लेकिन मुड़ती नहीं है यदि मोड़ा जाए तो ये टॉय कार पलट जाएगी ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें कोई मैकेनिज्म नहीं है। लेकिन आपका वाहन मोड़ पर मुड़ता है (आगे या पीछे) और वाहन को आसानी से टर्न करने के लिए जिस मैकेनिज्म का उपयोग किया जाता है उसे  डिफरेंशियल  सिस्टम कहते है। डिफरेंशियल गियर का एक सेट है, जो इंजन टॉर्क को पहियों तक स्थानांतरित करता है। यह इंजन से शक्ति लेता है और उसे वितरित करता है, जिससे प्रत्येक पहिया मोड़ पर अलग-अलग गति से घूम सक...

डिफरेंशियल वर्किंग

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डिफरेंशियल वाहन में डिफरेंशियल एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट होता हैं। जिसमें रिंग गियर, पिनियन गियर, स्पाइडर गियर, साइड गियर और डिफरेंशियल हाउसिंग मुख्य पार्ट्स होते है। ये हिस्से एकसाथ काम करते हुए पहियों के बीच पावर वितरित करने और स्थिर और कुशल ड्राइविंग प्रदान करने के लिए पहियों को अलग-अलग गति से घूमने की अनुमति देते है। डिफरेंशियल टाइप्स एंड वर्किंग   चलते चलते वाहन की दिशा बदलना या वाहन को मोड़ना काफी सरल है केवल स्टीयरिंग व्हील को उस दिशा में घुमाएँ और वाहन की दिशा बदल जाएगी या वाहन उस दिशा मै मूड जायेगा ऐसा इतना आसान नहीं होता है क्योंकि वाहन को टर्न करते समय एक्सल शाफ्ट से जुड़े प्रत्येक पिछले पहिये को अलग अलग आरपीएम की आवश्यकता होती है।इस प्रक्रिया के पीछे एक मैकेनिज्म काम करता है जो इतना सरल नहीं होता है। इस मैकेनिज्म को डिफरेंशियल यूनिट कहा जाता है। ऑटोमोबाइल में  डिफरेंशियल एक गियर मैकेनिज्म है जो ड्राइविंग आसान /स्मूथ करने मै मदद करता है।इस मैकेनिज्म मै कई पार्ट्स काम करते है,जिनके बारे मै विस्तार से हम जानेंगे।  आइए इसकी कार्य क्षमताओं,मैकेनिज्म और प्रक...

सस्पेंशन सिस्टम पार्ट्स एंड वर्किंग

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सस्पेंशन सिस्टम पार्ट्स एंड वर्किंग सस्पेंशन वाहन का एक महत्वपूर्ण अंग है। सस्पेंशन सिस्टम मै उपयोग होने वाले कंपोनेंट वाहन को उबड़-खाबड़ रास्तों या उच्च गति के दौरान ड्राइविंग को स्मूथ  सुरक्षित और सरल/आसान बनाते हैं। सस्पेंशन सिस्टम मै विभिन्न स्ट्रकचर और कंपोनेंट होते हैं,जिनका कार्य ड्राइव करते समय आरामदायक ड्राइविंग देना होता है । इस लेख मै सस्पेंशन के विभिन्न कंपोनेंट्स उनके स्ट्रकचर और बनाने के विधियों के बारे मै जानकारी प्राप्त करेंगे। कार सस्पेंशन पार्ट्स  कार के सस्पेंशन पार्ट्स जैसे स्प्रिंग्स, शॉक एब्जॉर्बर, लिंकेज द्वारा कार को उसके पहियों से जोड़ने का काम करते हैं। यह प्रणाली टायरों और सड़क की सतह के बीच संपर्क और कार के मूवमेंट के लिए आवश्यक है। कार सस्पेंशन सिस्टम का प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कार के टायर सड़क के संपर्क में रहें, जिससे उचित ट्रेक्शन हो सके। ये फीचर्स वाहन संचालन, नियंत्रण और स्थिरता प्रदान करते है जिससे चालक और यात्रियों को एक सहज और आरामदायक यात्रा मिल सके। कार में सस्पेंशन पार्ट्स के कार्य कार सस्पेंशन का प्राथमिक कार्य पहियों ...